Hindi poetry - An Overview
Hindi poetry - An Overview
Blog Article
किन्तु न भूला मरकर के भी पीनेवाला मधुशाला।।८६।
'राह पकड़ तू एक चला चल, पा जाएगा मधुशाला।'। ६।
कल की हो न मुझे मधुशाला काल कुटिल की मधुशाला।।६१।
प्रियतम, तू मेरी हाला है, मैं तेरा प्यासा प्याला,
होंठ लगाने को कहकर हर बार हटा लेती प्याला,
awesome internet site but ought to have much more of Rabindranath Tagore as he is the greatest..............overall great!!!!!!
साम्यवाद की प्रथम click here प्रचारक है यह मेरी मधुशाला।।५९।
अथक बनू मैं पीनेवाला, खुले प्रणय की मधुशाला।।६३।
दो दिन ही मधु मुझे पिलाकर ऊब उठी साकीबाला,
सोम सुरा पुरखे पीते थे, हम कहते उसको हाला,
स्वर्ग लोक से सीधी उतरी वसुधा पर, दुख क्या जाने,
युग युग से है पुजती आई नई नहीं है मधुशाला।।५५।
मेंहदी रंजित मृदुल हथेली पर माणिक मधु का प्याला,
देव अदेव जिसे ले आए, संत महंत मिटा देंगे!
Report this page