Hindi poetry - An Overview
किन्तु न भूला मरकर के भी पीनेवाला मधुशाला।।८६। 'राह पकड़ तू एक चला चल, पा जाएगा मधुशाला।'। ६। कल की हो न मुझे मधुशाला काल कुटिल की मधुशा
किन्तु न भूला मरकर के भी पीनेवाला मधुशाला।।८६। 'राह पकड़ तू एक चला चल, पा जाएगा मधुशाला।'। ६। कल की हो न मुझे मधुशाला काल कुटिल की मधुशा